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होई है वही जो राम रची राखा

होइहें वही जो राम रचि राखा

होई है वही जो राम रची राखा

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होई है वही जो राम रची राखा

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होई है वही जो राम रची राखा भावार्थ - जो कुछ राम ने रच रखा है, वही होगा। तर्क करके कौन शाखा बढ़ावे। यानि भविष्य के बारे में सोचकर क्यों बात को  भक्त सीता राम के सर्वव्यापी होने को (होइहि सोइ जो राम रचि राखा। को करि  * होइहि सोइ जो राम रचि राखा। को करि तर्क भावार्थ:-जो कुछ राम ने रच रखा है, वही होगा।

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